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The Intelligent Investor Book in Hindi

यह किताब लिखा है। बेंजामिन ग्राहम ने यह किताब पब्लिश 1949 में हुई थी। यह किताब शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने में सफलता दिलाती है। यह पुस्तक ...

यह किताब लिखा है। बेंजामिन ग्राहम ने यह किताब पब्लिश 1949 में हुई थी। यह किताब शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने में सफलता दिलाती है। यह पुस्तक बहुत लोगों को पसंद भी आई है। आज हम इसी किताब के बारे में जानेंगे | 
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अगर आपको एक बेहतर लाइफ जीना है तो आप अभी से एक बेहतर इन्वेस्टर बनो ताकि आपको आगे जाकर कामयाबी हासिल हो। अभी आप सोचेंगे कि मैं तो कुछ इन्वेस्ट नहीं करता तो ऐसा नहीं है। दो तरह के इन्वेस्टर होते हैं। 1 कुछ रुपए इन्वेस्ट करते हैं  2 तो कुछ टाइम इन्वेस्ट करते है। सरल भाषा में बोलूं तो आपको अमीर होने और कामयाबी हासिल करने के लिए इन्वेस्ट तो करना ही पड़ेगा |
क्योंकि अभी के समय में सब कोई अमीर होना चाहता है।

इस किताब में बहुत कुछ लिखा और कहा गया है इन्वेस्टमेंट के बारे में | यह किताब पढ़ने से आपको इन्वेस्टमेंट के बारे में सब कुछ पता चल जाएगा । और आपको मोटिवेशन मिलेगा कुछ करने का और जिंदगी में आगे बढ़ने का।

वारेन बफेट जो कि दुनिया के तीसरे सबसे अमीर इंसान हैं, वह भी इस किताब से बहुत प्रभावित हुए थे। आज इसी किताब की बात करेंगे। मैं आज आपको कुछ पॉइंट्स बताऊंगा जिससे आप भी एक सक्सेसफुल इन्वेस्टर बन पाओगे ।
1 एग्रेसिव VS डिफेंसिव इन्वेस्टर  》 समझे दो दोस्त हैं वह दोनों ही अमीर बनना चाहते हैं।उन दोनों दोस्त में से एक एग्रेसिव इन्वेस्टर है और एक डिफेंस इन्वेस्टर   है।

 एग्रेसिव इन्वेस्टर यह सोचता है कि वह जितना रिस्क लेगा उतना ही जल्दी अमीर बनेगा। इसलिए वह उन स्टॉप पर रुपए लगाता है जो बहुत जल्दी मुनाफा करके दे भले उसेमे रिस्क ज्यादा ही क्यों ना हो| 
डिफेंसिव इन्वेस्टर यह सोचता है कि कम रिस्क पर ज्यादा रिटर्न्स मिल सके। वह इसलिए उन स्टॉक में रुपए लगाता है जिसमें रिस्क कम हो भले उसके रिटर्न्स एवरेज ही क्यों ना हो।
आपको लगेगा कि कौन सी इन्वेस्टमेंट सही है तो मैं बता दूं कि एग्रेसिव इन्वेस्टमेंट में जितना फायदा है उतना ही नुकसान भी है। अगर आप जोश - जोश में हाई रिस्क वाले स्टॉक लेते हो और लालच में आकर ज्यादा रुपए लगाते हो तो जरूरी नहीं कि आपको फायदा ही हो। 
वहि अगर आप डिफेन्सिव इन्वेस्ट मेन्ट कि बात करे तो इसमे एवरेज ' इन्कम होता है । और इसमे रिस्क भि कम होता है । जिससे कि आपको आगे चलके फायदा भि हो सकता है लो रिस्क पे ।
2  मिस्टर मार्केट 》》 इस पॉइंट में स्टॉक मार्केट के बारे में समझाया गया है। समझो जैसे स्टॉक की कीमत कभी हाई रहती है ,तो कभी लो रहती है तो कभी एवरेज रहती है। स्टॉक मार्केट में आपकी कंपनी के रियल वैल्यू से हाई प्राइस देंगे तो कभी लो प्राइस देंगे। ऐसे समझो आपकी कंपनी की रियल वैल्यू 1 हजार रुपे है। उससे स्टॉक मार्केट का कोई लेना-देना नहीं। स्टॉक कभी आपकी कंपनी की वैल्यू से ज्यादा रुपए भी देगी तो कभी बहुत कम रुपए भी देगा। स्टॉक मार्केट कभी एक प्राइस पर टिका हुआ नहीं रहता।
कभी उसकि किमत बडति है, तो कभी गिरति है। अगर आपको इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बनना है तो आप स्टॉक तभी खरीदो जब वह कंपनी की रियल वैल्यू से कम में बेच रहा हो और तभी बेचो जब कंपनी की रियल वैल्यू से ज्यादा प्राइस हो। 
3 डिफेंसिव इन्वेस्टर  》》 डिफेंसिव इन्वेस्टर इन्हें पैसिव इन्वेस्टर भी कहा जाता है। किताब के ऑथर बेंजीन ग्राहम भी डिफेंसिव इन्वेस्टमेंट की सलाह देते हैं क्योंकि जो लोग जॉब करते हैं या बिजनेस करते हैं उन लोगों के पास इतना टाइम नहीं होता कि वह एक एक कंपनी को जाने और उनके बारे में पड़े। अपने लिए सबसे अच्छा डिफेंसिव इन्वेस्टमेंट ही है। कुछ पॉइंट इससे आप समझ जाएंगे कि कैसे स्टॉक में इन्वेस्ट करते है। आप 1000 के स्टोर खरीदने के बजाय 500- 500 के दो स्टोर खरीद लो और उसे मेंटेन करते रहो जिससे आपको जिससे कि किसी एक में तो फायदा होगा ही। 2 आप एक कंपनी के बजाय अलग-अलग कंपनी में इन्वेस्ट करो। 3 उस कंपनी में इन्वेस्ट करो जो काफी समय से चल रही है। 4 ऐसी कंपनी में इन्वेस्ट करो जो 5 -10 साल से प्रॉफिट दे रही हो। 
4 एंटरप्राइजिंग इन्वेस्टर 》》 तीन टाइप के इन्वेस्टर होते हैं 1 डिफेंस इन्वेस्टर 2 एग्रेसिव इन्वेस्टर | इन दोनों के बारे में तो आप जान ही चुके होंगे। तीसरा एंटरप्राइजिंग इन्वेस्टर यह वह होते हैं जो डिफेंसिव की तरह कम रिटर्न्स भी नहीं चाहते हैं और एग्रेसिव की तरह ज्यादा रिस्क भी नहीं चाहते हैं। यह वह लोग होते हैं जो बहुत ज्यादा रिसर्च करके अपना टाइम लगाकर इन्वेस्ट करते हैं। ऐसा इन्वेस्टर बनने के लिए बहुत ज्यादा नॉलेज और एफर्ट की जरूरत होती है। इसके अलावा इन्वेस्टर के में यह चार चीज होनी चाहिए। 1 धैर्य, 2 डिसिप्लिन,  3 इगरनेस , 4 काफी ज्यादा समय। यह सबके बस की बात नहीं है। इसलिए डिफेंसिव इन्वेस्टमेंट ज्यादा आसान है।
5 मार्जिन आफ सेफ्टी 》》स्टॉक मार्केट में स्टॉक प्राइस कंपनी के रियल वैल्यू जितना नहीं होता है इसलिए मार्जिन आफ सेफ्टी को देखते हुएजामिन सलाह देते हैं कि आप किसी भी स्टाफ के लिए उसके 2/3 वैल्यू से ज्यादा रुपए ना दो जैसे कुछ लोग 5000 की वैल्यू के स्टाफ को 5000 में ही खरीदते हैं और सोचते हैं कि फ्यूचर में उसका प्राइस बढ़ेगा जबकि एक इंटेलिजेंट इन्वेस्टर उसी स्टाफ को मार्जिन आफ सेफ्टी के साथ 4000 में खरीदता है। उसको खरीदते वक्त ही उसको फायदा होता है और उसे फ्यूचर पर डिपेंड नहीं रहना पड़ता है । 
यह 5 पॉइंट जो आपको इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बना सकते हैं। 
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